आज हम Google Ads Course Part - 30 मे बात करने वाले है। “Frequency Capping in Google Ads” टॉपिक के बारे मे। Frequency Capping क्या होता है? इसको समझेंगे और किस तरीके का ऑप्शन हमको दिखता है। display campaign मे और video campaign मे जब हम Frequency Capping सेट करने वाले होते है। अब हम नया कैम्पेन बनाएँगे जिसमे display campaign मे जाएंगे। तो Display Campaign मे आपको नीचे के options मे Frequency Capping मिल जाएगा। बजट के नीचे बहुत सारी सेटिंग है। जिसमे से एक Frequency Capping का option है।
अब ये Frequency Capping क्या होती है? आप भी कभी कभी इस बात को सोचते होंगे। की हमने display ads बनाया ठीक है। और वो ads बार बार ट्रिगर होता है। या हम कहे की बार बार एक यूजर को दिखता है। तो क्या ऐसा हो सकता है की वही ads बार बार एक ही यूजर को दिखे। तो ऐसे मे क्या होगा अगर आपकी biding strategy सेट है। CPM के ऊपर मतलब cost per one thousand के ऊपर तो आपके पैसे तो लगातार कटते जाएंगे। वैसे ऐसा होता नहीं है क्योकि गूगल इसको automatic adjust करता है इस तरीके से नहीं होता है की वो एक ही यूजर को बार बार कई बार दिखे। But फिर भी आप उसकी एक capping सेट कर सकते है। यानि की एक यूजर को वो ads कितनी बार दिखे।
Frequency Capping setting
उसकी frequency क्या हो इस चीज की आप capping सेट कर सकते हो। Frequency Capping setting मे लिखा हुआ है की आप एक particular यूजर के लिए capping कितनी बार भी सेट कर सकते है। एक और बात आती है की क्योकि हमारा ये जो search campaign होते है। वहाँ पर ये options उपलब्ध नहीं है। ये option केवल उपलब्ध है आपके लिए display मे और video campaign मे तो यहाँ पर आप देख रहे है। की पहला जो ऑप्शन है recommended setting उसका मतलब है की google ads को ही निश्चित करने दो की एक particular यूजर को कितनी बार ads दिखेगा।
Set Frequency Capping in Google Ads
अब ये depend करता है। यूजर के intent के ऊपर जैसा की हम लोगो ने बात की थी audience वाले पोस्ट मे की जो यूजर का intent होता है। उससे निश्चित होता है। की उसको ads कौन सा दिखना चाहिए। की नहीं दिखना चाहिए तो google ads automatic उसको दिखा देता है। But अगर आप चाहे तो यहाँ पर limit सेट कर सकते है। तो ये जब आप display campaign मे होंगे और Frequency Capping को सेट करेंगे तो आप तीन चीजों के लेवल को set कर सकते है।
ads के impressions को आप control कर सकते है। पूरे ad group के impression को आप control कर सकते है। तो जीतने भी ads होंगे वो सब के लिए apply हो जाएगा। पूरे campaign के लिए भी आप control कर सकते है। जिसमे सारे ads जितने भी ads group होंगे। सब पर तो ये एक कंट्रोल लेवल है। आप अगर चाहे each ads पर इसे सेट कर सकते है। जैसे मैं यहाँ पर set कर देता हूँ 3 और अब चाहते है की रोज की ये capping मतलब आज वो आया तो तीन बार से ज्यादा उसको आज न दिखे। या आप चाहते है की week मे न दिखे या आप चाहते है Month मे न दिखे।
ये depend करता है की किस तरीके का आपका product है। अगर आप branding के concept से advertising कर रहे है। cost per one thousand आपकी bidding चल रही तो इस नेचर से चल रही। की आपको branding अपने प्रॉडक्ट की करनी है। केवल brand stablish करना है। तो आप इसको एक month पर जर्नली सेट कर सकते है।
Video Campaign Frequency Capping in Google Ads
जैसा की हमने आपको बताया की ये तो सर्च कैम्पेन मे तो होगा नहीं। display कैम्पेन मे और video campaign मे मिलेगा तो एक बार हम video वाले campaign मे भी इसका option देख लेते है। तो यहाँ आपको additional setting मे Frequency Capping दिखता है। Frequency Capping मे यहाँ पर दो options है। मतलब video campaign मे जो Frequency Capping की setting है वो display campaign जैसी नहीं है यहाँ पर थोड़ा अलग है।
यहाँ पर आप impressions की भी Frequency Set कर सकते है। साथ ही साथ view की भी Frequency Set कर सकते है। इसमे आप केवल campaign level मे ही सेट कर सकते है मतलब अगर इसको आप ad group या ads लेवल पर नहीं सेट कर सकते है। video मे campaign लेवल पर ही सेट होगी। अब एक बहुत महत्वपूर्ण पॉइंट ये है। की मान लेते है। की आपने एक campaign के लिए setting लगा दी जिसके अंदर एक video है वहाँ पर आपने एक setting लगा दी। पर यही video अगर दूसरे campaign मे है। तो क्या यूजर के लिए वो same यूजर के लिए capping applicable होगी। हाँ जी बिलकुल capping applicable होगी।
यानि की एक यूजर के लिए जो आपने capping लगा रखी है। ads की वो किसी भी campaign लेवल पर हो वहाँ पर वो applicable होगी। वहाँ पर उसे capping face करना पड़ेगा। तो आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी समझ मे आ रही है। की नहीं कृपया हमे कमेंट करके जरूर बताए। अगर आपको ऐसा लगता है की हमे अपने लिखने के तरीके मे बदलाव करना चाहिए। तो आप कमेंट करके अपनी महत्वपूर्ण राय जरूर दे।