आज हम यहाँ Google Ads Course Part - 29 मे बात करने वाले है “vCPM vs CPC Competition” के बारे मे यह टॉपिक आपके लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए इसे ध्यान से पढ़ियेगा। vCPM vs CPC मे किस तरीके से Competition होता है। जब कोई यक्ति अपने ads को ऊपर दिखाना चाहता है। कहने का मतलब यह है की मान लेते है की दो लोग है और दोनों को लेकर auction चल रही है। हम लोग समझते है की दोनों लोग अपने अपने ads को लेकर जाते है। और फिर auction होता है फिर उसके आधार पर जिसको ज्यादा ads rank मिलती है। उसका ads शो होता है। But जरा इस बात को इस तरीके से आप सोचे की दो लोग दो लोग है।
vCPM vs CPC
जिन्होने दो अलग अलग biding strategy select की है। एक जो है CPM पर bid कर रहा है। यानि cost per One Thousand impression के ऊपर bid कर रहा है। एक CPC के ऊपर यानि cost per click के ऊपर biding कर रहा है। अब दोनों की biding strategy अलग अलग है यानि की अगर vCPM एक हजार रुपये के हिसाब से पैसे दे रहा है। तो CPC वाला एक क्लिक के हिसाब से पैसे दे रहा है। तो ऐसे मे किस तरीके से इन दोनों के बीच मे comparison होगा। और किस तरीके से इनका जो विनिंग position है कौन सा ads win होगा। कौन सी win वाली biding होगी। ये कैसे पता चलेगा।
Biding Strategy in Google Ads
तो यहाँ हम एक केस मान के चलते है। सबसे पहले जो question है। की क्या जो different type की biding strategy होती है उनमे comparison हो सकता है। बिलकुल हो सकता है। ऐसा नहीं है की आपका जो ads है उसको ads rank provide होने के लिए wining position मे आने के लिए अपने ही biding strategy वाले competitor से भिड़ना पड़ेगा। ऐसा नहीं है अगर आप CPM पर चल रहे है। तो आपका competition CPC वाले से भी हो सकता है। But comparison google किस तरीके से उसको ads rank provide करेगा।
ये मान के चलते है यहाँ पर की Quality score का कोई issue नहीं है। एक बार ये मान के चलते है की दोनों का quality score बराबर है। अब बात करते है। biding के ऊपर। वो जो ads rank होती है वो quality score और हमारा जो maximum bid करते है। उसके ऊपर depend करती है। जब हम quality score को बराबर मान लिए तो बचा क्या हमारे पास बिडिंग।
vCPM vs CPC biding Example
जैसे – CPM के लिए यहाँ कोई pay कर रहा है। 100 रुपये। यानि 1000 impressions के लिए। दूसरा है जो CPC के लिए Biding कर रहा है। ये कह रहा है की मैं 10 रुपये cost per click दे सकता हूँ। तो इसको भी Google Thousand impression के ratio मे बदलने की कोशिश करता है कैसे Google मानता है। जब तक इसके 1000 impression होंगे तब तक इसके 10 clicks हो जाएंगे। 10 * 10 = 100 इसके पैसे भी 100 रुपये खर्च हो गए। impression 1000 मिले। अब यहाँ पर पहला वाला advertiser क्या कर रहा था।
उसने सीधे biding के लिए कहा की मैं 1000 impression के लिए 100 रुपये खर्च कर दूँगा। दूसरा व्यक्ति आता है वो कहता है की भाई मैं तो Cost per click के हिसाब से पैसा देने के लिए 10 रुपये है। अब आप देख लो की मेरा ads कहाँ पर दिखाना है अब इन दोनों मे competition हो गया। दोनों एक ही निच के है। दोनों मे कॉम्पटिशन हो गया की किसके ads को rank provide की जाए।
दोनों लोग अलग अलग तरीके से biding कर रहे है। तो google ने ये estimate निकाला की CPM वाले के बराबर impression पाने के लिए यानि की 1000 impression पाने के लिए लगभग लगभग इसको 10 clicks मिल जाएंगे। जब तक CPC वाला 1000 impression पाएगा उसको 10 क्लिक आराम से मिल जाएंगे। अब जब दोनों की biding बराबर rate की हो गई। तो इनके ads को विनिंग position मे आने के लिए क्या करना होगा।
Change Biding Cost CPC
अब second वाले advertiser ने क्या किया की जो biding है उसको 12 रुपये कर दिया। मतलब जो उसकी CPC थी उसको बढ़ा कर 12 रुपये कर दिये। यहाँ भी गूगल को मालूम है की पहले वाले को हजार impression जब तक मिलेंगे तब तक मे इसको 10 click मिल ही जाएंगे। तो CPC वाला 1000 impression का कितना दे रहा । 10 * 12 = 120 लेकिन पहला वाला 1000 impression के 100 दे रहा तो इस condition मे CPC वाले के ads को दिखाया जाएगा वो wining state मे चला जाएगा।
जब यहाँ quality score बराबर है। तो इस तरीके से google यहाँ पर ये देख रहा की पैसे कौन ज्यादा दे रहा। तो यहाँ आपको एक type के निच पर अलग अलग biding strategy वालों से आगे निकलना होगा। तभी आपका ads google के property मे दिख पाएगा। तो मैं आशा करता हूँ। की आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी और समझ मे भी आई होगी।