आज Google Ads Course Course Part - 31 मे हमारा टॉपिक है – “Narrow Targeting in Google Ads“. हम आज Narrow Targeting के बारे मे सभी जानकारी आपको देंगे। गूगल ads के हिसाब से ये एक महत्वपूर्ण टॉपिक है। तो आइये जानते है की गूगल ads मे हम Narrow Targeting किस तरीके से करेंगे। अब हम अपने campaign मे जाएंगे जिसमे display campaign को open करेंगे। जहां आपको इसकी setting मिलेगी जैसे audience की, Demographics आदि की इसके नीचे Content वाला section है जहां पर लिखा हुआ है -“Narrow your reach with Keywords, Topics, or Placements” मतलब और डीप Narrow Targeting हम किस तरीके से कर सकते है।
Narrow Targeting in Google Ads
Advance Targeting Importance
कई बार जो advance targeting होती है हम उसको समझ नहीं पाते है। हम बिना मतलब ऐसे लोगो को बहुत सारे ads दिखा देते है। जिनको वास्तव मे उस ads से कोई लेना देना नहीं है। अंत मे हम क्या देखते है की ये जो हमारे impressions थे। उनके जो clicks थे उनका गैफ बहुत बड़ा हो गया। But इसी बात को अगर आप इस तरीके से सोचे। भले हमारे जो potential वाले customer थे जो potential क्लिक करने वाले थे।
वो 10 ही लोग थे। हम मान के चलते है। हमारा impression केवल 25 लोगो को हुआ बाकी लोगो को हमारा impression ही नहीं हुआ। और उन 25 लोगो मे 10 लोगो ने क्लिक किया। तो इस केस मे आप क्या देखेंगे की आपकी accuracy और अच्छी है। मतलब आप जिन लोगों को टार्गेट करना चाहते थे। आप बिलकुल उन्हीं लोगो को अपने ads दिखा रहे है। तो आपको फिर वहाँ से clicks मिल रहे है। तो ये गलतिया आपसे न हो इसके लिए आपको ये जो “Advance Narrow Targeting in Google Ads” है उसको समझना होगा।
Narrow Targeting Reach in Google Ads
इसको समझने के लिए एक केस लेके देखते है। और उसी को समझने की कोशिश करते है। पहली बात ये की आपको आपकी जो targeting reach है वो राइट साइड मे दिख रही होगी। ये reach ऊपर नीचे होगी जैसे जैसे हम लोग यहाँ पर बदलाव करते जाएंगे। जैसे जैसे हम बजट मे बदलाव करेंगे और audience मे बदलाव करेंगे। Demographics मे topics मे Placement मे इनमे बदलाव करने से हमारी targeting reach मे बदलाव होगा। इन सारी चीजों मे आप change करते जाएंगे। वैसे वैसे वहाँ पर आपको जो आपके जो लगभग impressions है उनमे भी बदलाव होगा।
हम लोग Audience select करते है। यहाँ पर वेब डेव्लपमेंट कंपनी से संबन्धित Web Design & Development तो आप देखेंगे की आपके impressions की जो reach है वो कम हो गई। हमे करना ये है की भले ही हमारे impression कम लोगो को लेकिन उन लोगो को हो जो हमारे प्रॉडक्ट या services से प्रभावित हो। अब हम Demographics select कर लेते है। जिनमे से कुछ age ग्रुप को हम लोग हटा देते है। अब आप देखेंगे की आपके targeting reach और कम हो गई। उसके बाद अब आती है एडवांस targeting जहां पर हम थोड़ा और Narrow जाते है। जिसमे आप चाहे तो specific टॉपिक select कर सकते है।
Select Topic
जब हम यहाँ टॉपिक select करेंगे तो जो हमने Demographics मे age group select किया है। उसमे केवल वही लोगो को ads दिखाया जाएगा जो उस टॉपिक मे interested होंगे। यहाँ आप कई टॉपिक select कर सकते है। हमारा टॉपिक जो हमने select किया है web development का वो वैसे भी बहुत बड़ा टॉपिक है। उसके अंदर कई सारे sub टॉपिक आ सकते है। जैसे सर्च इंजिन optimization हो सकता है। e-commerce website हो सकता है। यहाँ हम कुछ टॉपिक select कर लेते है। जैसे e-commerce services तो आप देखेंगे की हमारी जो टार्गेटिंग reach है वो और कम हो जाएगी। आपको समझ मे आ रहा होगा की हम क्या कर रहे है। हम उन लोगो को छाँट रहे है जिनको हमारा ads impression से कोई मतलब नहीं है।
Keyword Narrow Targeting
अब यहाँ Keywords मे आ जाते है। keywords के द्वारा हम और Narrow Targeting करते है। e-commerce के topic मे interest रखने वाले लोग वो लोग जो केवल e-commerce keywords पर काम कर रहे है। उस keywords पर research कर रहे है। उन keyword को सर्च करते है उनको तब आप देखेंगे की ये जो impression की सुई है वो और ज्यादा नीचे आ गई।
Placement in Narrow Targeting
इसके बाद आपको मिलता है और interesting option placement का आप specific जगह पर जहां चाहे वहाँ दिखा सकते है। अपने impressions को। किस तरीके से हमे दिखाना है। यहाँ पर आप placements मे देखेंगे तो आपको कई options दिखेंगे। जैसे – Websites, YouTube channels, YouTube videos, Apps, App Categories (141). आप यहाँ चाहे तो website को टार्गेट कर सकते है। जिस भी वैबसाइट को चाहे YouTube channels और videos को target कर सकते है। जैसे आप यहाँ पर netkiduniya search करेंगे तो आपको हमारी website मिलेगी।
जिसको हम यहाँ पर select कर सकते है। तो यहाँ पर बहुत narrow targeting मे हम लोग पहुँच गए। तो ऐसा करते है लोग जब उनको अपने competitor के space पर अपना ads दिखाना होता है। जैसे मैं अगर डिजिटल मार्केटिंग से related video बना रहा हूँ। अगर कोई दूसरा व्यक्ति है जो digital marketing से संबन्धित है। और वो ये चाहता है की अपने कुछ impressions मेरी जो audience है उसके ऊपर दिखा सके तो वो मेरे YouTube channel के Placement को target करके अपना ads यहाँ पर दिखा सकता है। किन लोगो को जो e-commerce मे interested है। उन लोगो को तो हम जो चाहे वो इन setting मे बदलाव कर सकते है।
Video Targeting
अगर आप चाहे तो एक video के ऊपर भी आप अपना ads लगा सकते है। तो इस तरीके से बहुत deep बहुत narrow targeting की जा सकती है। इसका मैन उद्देश्य केवल यही है की जो उसका उस topic मे interested लोग है केवल उन्हीं लोगो तक हमारा ads जाए। बाकी लोगों के पास हमारा ads impression न जाए इससे हमारा जो फालतू का cost लग रहा था। वो बच जाएगा। और उसी cost मे हम interested लोगो को अपना ads दिखा सकेंगे।
तो इसका मतलब ये हुआ की हमको बहुत बड़ी भीड़ को अपने ads नहीं दिखने है। उस भीड़ मे जो लोग हमारे topic, हमारी निच मे, हमारी services मे interested है। केवल उन्हीं लोगो को छांटना है इससे हमारे clicks का rate बढ़ जाएगा। आज की ये “Narrow Targeting in Google Ads Course Hindi Part – 31” पोस्ट और ये टॉपिक आप को कैसा लगा हमे कमेंट करके जरूर बताए।