आज Google Ads Course Part - 51 मे बात करने वाले है Google Ads मे Conversion Tracking के बारे मे। यह गूगल एड का बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक है। इसलिए आप कोशिश करिएगा की इस पोस्ट को पूरा और ध्यान से पढ़े। Google Ads मे जब हम कोई search एड बनाते है। Example के तौर पर हम मान के चल रहे है। की हमने एक सर्च एड बनाया और उसके impressions आने शुरू हो गए। उसके बाद यूजर हमारे ad के ऊपर क्लिक करता है। Ad पर क्लिक करने के बाद वो हमारे लैंडिंग पेज पर redirect होता है। वहाँ पर उस landing page के ऊपर वो क्या एक्टिविटी करता है। ये activity बहुत हो सकती है।
हमारा जो बिज़नस है। जो सर्विस है जिसके लिए भी हम प्रचार कर रहे है। उसके नेचर के बेसिस पर conversions अलग अलग हो सकते है। जैसे हम मान के चलते है की जो हमारे लिए conversion है। वो हमारा signup फॉर्म है। कोई यूजर हमारे web page के ऊपर आता है हमारे landing पेज को visit करता है। और वहाँ पर आने के बाद वो हमे अपनी contact detail देता है। तो यह एक conversion है और किस तरीके से हम इस conversion को google ads के माध्यम से track करेंगे।
Conversion Tracking Goal - Google Ads Course
अब हम चलते है Google ads के Dashboard के ऊपर जहां हमे Tools के ऊपर click करना है। उसके बाद हमे conversions मे क्लिक करना है। अब हमको Conversion Actions को define करते है। तो आप जब + के बटन पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने चार ऑप्शन आएंगे। आप अलग अलग चीजों के लिए conversion define कर सकते है। जैसे website, App, और Phone Calls. यहाँ पर Websites मे कन्वर्शन क्या है “Track Sales and Other actions on your websites”. इसके बाद Application के लिए भी यहाँ पर कन्वर्शन आप define कर सकते है। Ads मे हम Call action लगते है तो जो वहाँ से call आते है उन्हें हम track कर सकते है।
Conversion Tracking in Website
यहाँ पर बेसिक समझने के लिए हम website वाले option को ले लेते है। जैसे अभी हमने आपको बताया की हमारा conversion क्या है Sign-up Form तो हम इसे select कर लेते है। और उसके बाद हम कन्वर्शन का नाम लिख लेते है। अब यहाँ पर हम वैल्यू select करेंगे। जो हमारे goals होते है उनको हम एक वैल्यू दे कर सकते है। यहाँ हमे value मे तीन ऑप्शन मिलते है। पहले मे है की जितने conversion हो रहे है। उनमे सभी मे same वैल्यू हो। दूसरे मे है की हर एक conversion की अलग value हो। तो यहाँ same वैल्यू को select कर लेते है। value मे एक रुपये रख लेते है। मान लेते है की अगर Sign-up होता है। तो हमे एक रुपये का फ़ायदा हुआ।
Count मे हमे दो ऑप्शन मिलते है। एक है Every और एक है One तो पहले वाले का मतलब ये है की हम हर बार एक conversion गिनेंगे क्योकि अगर हम कोई प्रॉडक्ट बेच रहे तो वो हर बार अलग सामान खरीद रहा और मै हर बार अलग सामान बेच रहा हूँ। और जैसे की हमारे conversion sign-up मे जब कोई व्यक्ति आएगा तो वो एक बार अपनी detail भरेगा। और जब वही व्यक्ति दूसरी बार आएगा तो फिर वही detail भरेगा। तो यहाँ हमारी वैल्यू मे कोई increment नहीं हुआ। तो हम यहाँ पर Once select करेंगे। तो ये ऊपर के ऑप्शन मे depend करता है। की हमे क्या select करना है। जैसे अगर हम कोई चीज बेच रहे है। तो हम Every select करेंगे। क्योकि हर बार जब सेल होती तो हमारी वैल्यू मे increment होगा।
Conversion Window
कई बार ऐसा होता है की आपके ad का impression हुआ। और आपके ad के impression के बाद यूजर आपके ad पर क्लिक करता है। आपके landing page पर redirect होता है। But वहाँ पर वो conversion नहीं करता, हो सकता है की वो conversion बाद मे करे। interaction आज हुआ आपके ad के साथ conversion वो करता है 10 दिन बाद। तो क्या वो conversion count होगा की नहीं होगा। क्योकि यूजर आया तो ad के द्वारा ही था बाद मे वो वापस आता है। लेकिन पहले तो ad के द्वारा ही आया। तो हम ये window define कर सकते है की कितने दिन के अंदर हमारे ads से interaction के बाद कितने दिन के अंदर वो आकर conversion करता है। तो वो काउंट होगा। तो आप यहाँ पर जितना चाहते तो सेट कर सकते है।
View Through Conversion window
यहाँ पर जैसे आपको ad का केवल view बस हुआ हो यानि impression हुआ हो और यूजर उसमे क्लिक न किया हो। तो और बाद मे यूजर द्वारा कन्वर्शन किया गया हो तो उसके लिए कितने दिन के अंदर अगर वो यूजर conversion करे तो काउंट हो। यहाँ पर आप जितने दिन के अंदर काउंट करना चाहते है। तो आप select कर सकते है। उसके बाद हम create and continue कर देते है। अब आपको यहाँ पर एक code मिलेगा। और उस code को आपको website मे लगाना है। तो आप चाहते तो खुद से ad लगा सकते है। या चाहते तो आप अपने developer को इस code को Email कर सकते है। यहाँ पर आप Google Tag manager का use कर सकते है। तो यहाँ पर हम google Tag Manager को select करते है।
Google Tag Manager - Google Ads Course
अब यहाँ पर हम Google Tag Manager को open कर लेते है। हम पहले Google Tag Manager मे एक नया tag बनाएँगे और इन सारी detail को हम वहाँ पर लिखेंगे। उसके बाद हमे एक conversion linker tag भी हमे लगाना होगा। तो यहाँ पर हमे new tag पर आना है। उसके बाद Configuration मे जाएंगे और ये किस टाइप का ad है वो select करेंगे। यहाँ पर हमारा Tag Google Ads Conversion Tracking है। इसको हम simple way मे select कर लेंगे। conversion id हम वहाँ से copy करके paste कर देंगे। उसके बाद conversion level को भी कॉपी paste कर देंगे। उसके बाद अब हमे यह define करना है की हमारा tag कब चलना चाहिए। तो यहाँ हमारा conversion कब होगा।
जब कोई हमारे पास detail भेजेगा हमारे page पर आ कर sign-up करेगा। उस वक्त हम conversion मानेंगे। तो जैसे ही sign-up की activity complete होगी। तो एक thankyou page generate होगा। तो हम यह चाहते है की ये tag तब फायर हो जब ये thankyou page generate हो। तो thankyou page ट्रिगर बन गया और ये tag फायर हो जाएगा। तो जैसे ही ये tag फायर हो जाएगा तो conversion count हो जाएगा। और conversion हमे Google ads मे show होने लगेगा।
Conversion Tracking in Google Ads
तो यहाँ एक सिम्पल तरीके से समझ लेते है की हमने क्या किया हमने Google ads मे एक conversion define किया की हमारा conversion क्या है। उसके बाद हमे वो script मिली जो उस conversion को track करेगी। क्योकि conversion हमारी website के अंदर हो रहा है और उसको ले के आना है Google Ads के अंदर। वो आएगा एक script के द्वारा और उस script को हम कैसे install करेंगे। Google Tag Manager के द्वारा करेंगे। अब वो tag फायर कब होगा। उसके लिए हमे एक ट्रिगर देना पड़ेगा। की वो जो code है वो कब generate हो वो तब फायर होगा जब कोई sign-up फॉर्म fill करेगा। ये कैसे पता चलेगा की sign-up फॉर्म fill हो गया।
जब हमारा thanks page आ जाएगा। thankyou page हमारा तब बनेगा। जब यूजर सभी detail भरने के बाद sign-up page को submit करेगा। तो इसके ट्रिगर को define कर देते है। यहाँ पर ट्रिगर क्या हुआ जैसे ही Page View होगा। तो वहाँ एक ट्रिगर होगा। यहाँ पर page view की हम detail देखेंगे तो ये एक ट्रिगर बना हुआ होगा जैसे ही page view होगा तो ये ट्रिगर होगा और उसका URL क्या होना चाहिए thankyou.html.
तो यहाँ पर जैसे ही ये page view होगा तो ये ट्रिगर इस tag को फायर कर देगा। और वहाँ से डाटा google ads मे चला जाएगा। यहाँ पर हमे conversion linker को भी configuration करना है तो इसी तरह से हम इसे भी new tag मे select कर लेंगे। और उसे ट्रिगर होना है all pages के ऊपर। उसके बाद उसे save कर देना है। इस तरीके से आप सेट कर सकते है। इसके बाद आप इसे save कर सकते है। तो हमे उम्मीद है। की आपको “Conversion Tracking in Google Ads” टॉपिक समझ मे आया होगा।